May 22, 2011

Poetry meets Reality


आप कहते रहे जाने क्या
हम आपको कहते देखते रहे
जितना प्यार करें कम है
ऐसा कुछ सोचते रहे
दुनियादारी के ज़माने में शायद
बातों पर भी थोडा ध्यान देना था
अब खड़े हैं यहाँ सर खुजाते
कि पता नहीं आलू कितने किलो लेना था

:P :D

May 15, 2011

job description


दिन भर रौशनी के
महीन धागे चुन
सोचो चाँद क्या करता
रातों में ठाने धुन
जिन टूटे तारों पे
आपने अपने सपने देखे
चाँद वापस उन्हें
आसमान में टाँके
क्यूंकि ख्वाब आपके
पूरे तो ज़रूर होंगे
पर आसमान में छेद भी
अच्छे नहीं लगेंगे

May 14, 2011

i-vs-love-vs-me



it's hard to find
where i end
and "we" begin
the ends tie together
the ties end together
it's the sunshine
playing with the shadows
and the shadows
where they were many
are now a porous existence
polka-dotted, grayed

is this love?
or a search for meaning
deep within myself?

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i tried to imagine
what i would be
if i weren't you
i would be me
but then again,
who am i?
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तुम्हे चाहते हैं हम इतना
कि दूर रहने की सोच
घबरा सा जाते हैं
पर कैसे कहें कि
खुद को खो कर
तुम्हारी इन राहों पे
हाथ थामे चलते
रुक से जाते हैं

-image is by Basu.