हाथ ये मेरा तुम
थामे रहो बस यूँ ही
तुम्हारी कुछ लकीरों से कहीं
उलझी रहे मेरी लकीरें
-x-x-x-x-x-x-x-x-x-x-
खोज रहा हाथ की लकीरों में
कहीं एक धुंधली उसकी भी लकीर मिले
हर मुमकिन कोशिश कर मैं हारा
लकीरों में उलझी कोई तो आस मिले
थामे रहो बस यूँ ही
तुम्हारी कुछ लकीरों से कहीं
उलझी रहे मेरी लकीरें
-x-x-x-x-x-x-x-x-x-x-
खोज रहा हाथ की लकीरों में
कहीं एक धुंधली उसकी भी लकीर मिले
हर मुमकिन कोशिश कर मैं हारा
लकीरों में उलझी कोई तो आस मिले
[lifted from various sources, some my own :P]
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