April 11, 2009

lighted night


एक जुगनू मेरा दोस्त है
रोज़ रात को आता है
जब सब सो जाते हैं
वो मुझसे बतियाता है
चादर ओढे मम्मी से छुपके
हमलोग कहानियाँ बनते हैं
कुछ अंधेरे से, कुछ उजाले से
सुंदर परछाईयाँ सजाते हैं
फ़िर जुगनू उड़ जाता है
कल आने को कह जाता है
अंधेरे में साथ देने वाला
जुगनू मुझे बहुत भाता है

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