रात के चुप सन्नाटे में
तारों का शोर होता है
ध्यान से अगर सुनो तो
तुम्हारा तारा कुछ कहता होता है
दिन में कितना भी रो लो
रात में हँसाना उसका फ़र्ज़ होता है
तारों का शोर होता है
ध्यान से अगर सुनो तो
तुम्हारा तारा कुछ कहता होता है
दिन में कितना भी रो लो
रात में हँसाना उसका फ़र्ज़ होता है
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