तारों भरा आकाश
एक मेरे
एक तुम्हारे पास
अपना छोटा सा तारा
तुमको कहे
अब रात हो चुकी गहरी
तुम सो जाओ
मैं हूँ ना प्रहरी
...
तारे की चमक
आंखों में छुपा लेना
मुट्ठी में कर बंद
कुछ रौशनी बचा लेना
कल जब सूरज
तारे खा जाएगा
और चकाचौंध में
कुछ अँधेरा सा
नज़र आएगा
तब वो छोटा तारा
तुम्हे याद आएगा
राह दिखायेगा
.....
कल जब मेरा साथ
तुमसे बिछड़ जायेगा
और चाह कर भी
मेरा प्यार
तुम्हे छू ना पायेगा
वो तारा तुम्हे
मेरी याद दिलायेगा
कुछ मेरी तरह
बाहों में ले
आँखों में रौशनी
भर जायेगा
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