November 9, 2008

बातों की बातें


कुछ बातें कहने में हमेशा
कुछ बातें बीच में आ जाती हैं
कुछ बातों की जंग में हमेशा
कुछ बातें अनकही रह जाती हैं

कुछ बातें हैं तस्वीरों के रंगों सी
कुछ बातें हैं तितली के पंखों सी
कुछ बातें पर काजल सी काली हैं
कुछ बातें बस सूनी सी, खाली हैं

कुछ बातें बस लग कर गले
कुछ बातों को रोती रहती हैं
कुछ बातों की चादर तले
कुछ बातें सोती रहती हैं

कहता हूँ इतनी सारी बातें
पर कुछ बातें रह जाती हैं
जगता हूँ इतनी सारी रातें
पर कुछ बातें रह जाती हैं
सारी यादें धुंधली हो जाती हैं
पर कुछ बातें रह जाती हैं
वो सारी बातें बटोरे चली जाती है
पर कुछ बातें रह जाती हैं