जब कुछ बातें कहने को
मन उतावला होता है
और सुनने वाला कोई
दूर तक नहीं होता है
जाने क्यों बारिश होती है
बूँदें बस मेरी अपनी होती हैं
जब गीला मन कहीं
रोने को कन्धा ढूँढे
डर कर सहमा सा
निराशा की लड़ियाँ गूंथे
जाने क्यों बारिश होती है
बूँदें बस मेरी अपनी होती हैं
खुशियों से पागल हो
मन बावला सा घूमे
खोजे कोई अपना ऐसा
जिसके संग खूब झूमे
जाने क्यों बारिश होती है
बूँदें बस मेरी अपनी होती हैं
जब भी बारिश होती है
मिलता हूँ कुछ अपनों से
कुछ अपनी सी प्यारी बूँदें
मिलाती हैं मुझे सपनों से
मन उतावला होता है
और सुनने वाला कोई
दूर तक नहीं होता है
जाने क्यों बारिश होती है
बूँदें बस मेरी अपनी होती हैं
जब गीला मन कहीं
रोने को कन्धा ढूँढे
डर कर सहमा सा
निराशा की लड़ियाँ गूंथे
जाने क्यों बारिश होती है
बूँदें बस मेरी अपनी होती हैं
खुशियों से पागल हो
मन बावला सा घूमे
खोजे कोई अपना ऐसा
जिसके संग खूब झूमे
जाने क्यों बारिश होती है
बूँदें बस मेरी अपनी होती हैं
जब भी बारिश होती है
मिलता हूँ कुछ अपनों से
कुछ अपनी सी प्यारी बूँदें
मिलाती हैं मुझे सपनों से
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