October 16, 2012

missive misgiving :)


बंद लिफाफों को हाथों में ले
थोडा घबरा सा जाते हैं हम 
अन्दर शब्द हैं, भारी हैं 
क्या इन्हें समझ सकेंगे हम 

भारी हैं शैतान मुस्कानों से
जो लिखते हुए होठों पे आये थे 
भारी है मासूम सवालों से 
जो बस आँखों में घिर आये थे 

तुम्हारे होने का एहसास कराते शब्द 
तुम्हारे न होने से बडे  भारी हैं 
ये सोच के की पढ़ कर तुम याद आओगे
अनखुले लिफाफों में रात गुजारी है 

October 8, 2012

circular motion

she stood there
saying things i wasn't listening to
and when i couldn't stand
the distance between us
i ran up to her
gathered her in my arms
and spun round and round
and i saw her face
up close against mine
against a background
of the rest of the world in motion
she was the only constant thing
just as it should ideally be
in my world

This is the happy counterpart of this one.

Wish on a falling star

सूरज के साथ आपके सिराहने बैठ
हम बस आपको निहारा करें
और आपकी नींद भरी मुस्कानों से
हर नई सुबह को हारा करें

उस हंसी को कहीं अन्दर छुपा
सारा दिन आपको सोच गुज़ारा करें
शाम को फिर घर वापस आ
इन मुस्कराहटों पे फिर दिल वारा करें

October 1, 2012

absent-mindedness


कुछ कहते हैं वो इशारों में
खोये से ना जाने किन ख्यालों में
ना समझ कर भी हम सुने जाते हैं
उनके ख्यालों में हम ही तो आते हैं
:)