May 30, 2009

thirsty in an ocean


कभी बारिश होती थी
बूँदें कुछ हमारी होती थीं
कहते, सुनते, लड़ते-झगड़ते
हमसे ही आ मिलती थीं
काले बादलों के तले
बारिश गले लगाती थी
हँसते हँसते जाने कैसे
आंखों कि नमी बहा जाती थी

पर अब जाने क्या हुआ है
बूँदें परायी सी लगती हैं
हल्की सी बारिश की चुभन
अब अंगारों सी लगती है
जब से रूठी है बूँदें
हमने चुप्पी का घेरा बना लिया है
अब क्या फायदा भीग कर
हमने छाता खरीद लिया है

(पर दिल तो अब भी करता है
बारिशों में छाता उड़ जाए कहीं
जहाँ हम खो जाया करते थे
बूँदें ले जाएँ फ़िर वहीं
मन में बाँधी हर गिरह को
पानी की धार कुछ यूँ खोल दे
कि चुप्पी से सिले बिंधे लब
मन में सड़ती हर बात बोल दें)

May 13, 2009

विक्रम और बेताल


कुछ कहते हैं लोग
जब सपने टूट जाते हैं
कि इस रात की सुबह होगी
सपनों की कोई और रात होगी
पर सपने भी जिंदा होते हैं
मरने पे लहू रोते हैं
लाशों सी लद जाते हैं
कन्धों पर बस जाते हैं
पर कदम तो बढ़ाना होता है
ख़ुद को थोड़ा बहलाना होता है
कि कहाँ कोई अपना था
जो दिखा वो बस सपना था


May 11, 2009

too much zoozoo?


the zoozoos are brilliant, and creative and superb and all that.. but do they have to show it in EVERY ad break??? and just ONE ad repeating throughout a match??

grrrrr...

May 6, 2009

ज़िन्दगी की कहानी


रोती रातों में, हंसती सुबहों में
बड़ी नखरेबाज है ज़िन्दगी
कल और कल की भूलभुलैया में
अनबूझ पहेली है ज़िन्दगी
राजा रानी की कहानी से कहीं ज़्यादा
चटपटी मज़ेदार है जिन्दगी
चहकती फुदकती गौरैया सी
चुलबुली शैतान है ज़िन्दगी
मैं किसी से क्यों डरूं
मेरी पक्की यार है ज़िन्दगी

love-ly advice :P


लड़की जब पड़ जाये प्यार में
और शादी कि खबर आए अखबार में
तो उसे चाहिए कि कठिन तप करे
रोज़ सासू माँ के नाम का जप करे

ravana's woes


the many-headed monster
is blinded by his many eyes/I's
sees too much for his own good
doomed eternally on a speeding train
the eyes dream too many dreams
and one heart and two hands fall short