May 15, 2011

job description


दिन भर रौशनी के
महीन धागे चुन
सोचो चाँद क्या करता
रातों में ठाने धुन
जिन टूटे तारों पे
आपने अपने सपने देखे
चाँद वापस उन्हें
आसमान में टाँके
क्यूंकि ख्वाब आपके
पूरे तो ज़रूर होंगे
पर आसमान में छेद भी
अच्छे नहीं लगेंगे

2 comments:

Chintan said...

This is probably your best post that I have read until date.

naween said...

@chintan: hehe! it seems you have traversed through all sun-moon-star posts :P