October 18, 2008


तुम जो नहीं हो तो क्या
बातें तो रुकती नहीं
तुमसे ही कहता हूँ
सपने सभी
ढूंढें तुझको मेरी हकीकत की ज़मीन
पर तुम नहीं

आँखें बंद कर लूँ जो मैं
देखूं बस तुम्हे
ख्वाबों में ही कह सकता हूँ
अपना तुम्हे
रहने दे मेरा ये वहम पे ही यकीन
ना जा कहीं

[half-lifted from naa jaa - euphoria]

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