January 29, 2009

love/hate


सूरज और अंधेरे की लड़ाई
इस बात में बिल्कुल नहीं सच्चाई
दोनों में है प्यार बहुत सारा
देते हैं एक दूजे को सहारा
सूरज की जब ख़त्म होती पारी
अँधेरा उठाता उसकी ज़िम्मेदारी
अंधेर जब रात से थक जाए
बाहों में छुपा सूरज उसे सुलाए


2 comments:

Anonymous said...

i likes the thought :)

naween said...

@sandeip

:)