October 1, 2007

SONGS !!

lottssss of songs i've heard in the past few days - bhool bhulaiya, manorama-six feet under, laaga chunari mein daag, jab we met, om shanti om, chhodo na yaar, saawariya, dil dosti etc, zindagi (zubeen garg) and junoon (abhijeet sawant). the last one is an old one actually but i made up my mind to listen to it after listening to the song whose new video is being shown on the telly these days.
i'll give the best of the best. at least two are good in each one of them..

तेरे एहसासों में, महकी सी साँसों में
ये जो महक संदली सी है
दिल की पनाहों में
बिखरी सी आहों में
सोने की ख्वाहिश जगी सी है
चेहरे से चेहरा छुपाओ
सीने की धड़कन सुनाओ
देख लो ख़ुद को तुम
आंखों में, मेरी आँखों में
[लबों को लबों से - भूल भुलैया ]

जब से तेरे नैना ,मेरे नैनों से लागे रे
तब से दीवाना हुआ, सबसे बेगाना हुआ
रब भी दीवाना लागे रे
[जब से तेरे नैना - सांवरिया ]

मनवा में मेरे आंधी है उठी
बस स्तब्ध खड़ी हूँ मैं
साँसों में बाँध अब मेरी साँस
निशब्द खडी हूँ मैं
दुनिया से जीती, जीती ख़ुद से हारी,
बस ध्वस्त खड़ी हूँ मैं
आईना मैं, और अक्स मैं
मदमस्त खड़ी हूँ मैं
[लागा चुनरी में दाग]

बेबसी का गुमान तेरे संग मंज़ूर है
अपना तुझे मान कर, दिल मेरा मगरूर है
अरमान सारे तुझपे हैं वारे
ख़ुद को किया तेरे हवाले
कसक उठी मेरे मन में पिया मुझे गले लगा ले
[कसक - छोडो न यार]

वो शख्स जिसके काँधे पे सिर रखके मैं सोया
सीने से जिसके लग के, कई बार मैं रोया
जिसकी ज़ुल्फ़ों की खुशबू में रातों को खोया
जिस जिस्म की बरसात में ये जिस्म भिगोया
इक दिन किसी बात पर वो रूठ गया था
उस हादसे के बाद ये दिल टूट गया था
[एक शख्स - जूनून ]

ख्वाब हसीं जो संजोये थे, छोड़ गए सब नैना
पल पल मर मर के ढलती हैं काली घनेरी रैना
जिस्म हूँ मैं, तू जान है मेरी
जीने की तू वजह है मेरी
तेरे बिन कुछ न भाये, लौट आ
जिया रे, जिया रे, लागे नाही जिया रे...
[जिया रे - जिन्दगी ]

चस्का पे ताला लगता नहीं
भेजा ये साला सुनता नहीं
तो क्या करें
सर पे चढ़ा है, ये जिद पे अड़ा है
कीडा लगा रे लगा
दम लगा, दम लगा ...
[दम लगा - दिल दोस्ती etc]

खुशनुमा आवारा सा, बेसबब बेचारा सा, लम्हा था
जिन्दगी के आसमान में, टूटा सा वो तारा था, तनहा था
कह रहे हैं ज़र्रे देखो, रास्तों से गुजरा था यहाँ
ढूंढते हैं उसको लेकिन, गायब हैं पैरों के निशान
लम्हा ये जाएगा कहाँ, लम्हा ये जाएगा कहाँ
लम्हा कहाँ ये खो गया, इक पल में तनहा हो गया
[लम्हा - दिल दोस्ती etc]

आंखों में तेरी, अजब सी, अजब सी अदाएं हैं
दिल को बना दे जो पतंग, साँसे ये तेरी, वो हवाएं हैं..
तेरे साथ साथ ऐसा कोई नूर आया है
चाँद तेरी रौशनी का हल्का सा इक साया है
तेरी नज़रों ने दिल का किया जो हश्र, असर ये हुआ
अब इनमें ही डूब के हो जाऊं पार, यही है दुआ..
[आंखों में तेरी - ओम शान्ति ओम ]

छन से जो टूटे कोई सपना, जग सूना सूना लागे
कोई रहे न जब अपना, जग सूना सूना लागे
है तो ये क्यों होता है, जब ये दिल रोता है
रोये सिसक सिसक के हवाएं सन सन
[जग सूना सूना लागे - ओम शान्ति ओम]

my favorite [:)]
आधा सा वादा कभी, आधे से ज़्यादा कभी
जीं चाहे कर लूँ तुमसे कभी
वफ़ा का
छोडे ना छूटे कभी
तोडे न टूटे कभी
जो धागा तुमसे जुड़ गया
वफ़ा का
मैं तेरा सरमाया हूँ
जो भी मैं बन पाया हूँ
तुमसे ही, तुमसे ही
रास्ते मिल जाते हैं
मंजिलें मिल जाती हैं,
तुमसे ही, तुमसे ही...
[तुमसे ही - जब वी मेट ]

2 comments:

उन्मुक्त said...

वाह क्या बात है। हिन्दी में और भी लिखिये।

Romram said...

http://romram.wordpress.com/2007/10/01/jab-we-met/
:)
:)