April 15, 2011

wakey wakey!


सुबह आँखें मलते
मैंने पूछा सूरज से
शर्म नहीं आती जगाते
हर सुबह नींद से
माना कि नौकरी करना
तुम्हारी मजबूरी है
पर सपने देखना
भी तो ज़रूरी है!